दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे पर अक्षरधाम से बागपत और गणेशपुर से आशारोड़ी (देहरादून) तक का निर्माण पूरा कर लिया गया है। सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आशारोड़ी से गणेशपुर तक बन चुके एलिवेटेड रोड का स्थलीय निरीक्षण किया। बताया जा रहा है कि जल्द ही प्रथम चरण में दोनों निर्मित हिस्सों का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इसके लिए सड़क परिवहन मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कार्यालय से समय मांगा है। दिसंबर के अंतिम सप्ताह या जनवरी 2025 के प्रथम सप्ताह में दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के तहत बने एलिवेटेड रोड का उद्घाटन होगा। एनएचएआई ने उद्घाटन से पूर्व एलिवेटेड रोड का सुरक्षा ऑडिट सफलतापूर्वक कर लिया है।
दो हिस्सों में पूरा हुआ निर्माण
प्रथम खंड में सहारनपुर जिले के गणेशपुर से शुरू होकर आशारोड़ी तक 14 किमी. लंबा एलिवेटेड रोड बनाया गया है। इसमें वन्यजीवों के लिए खासकर बनाया गया 12 किमी का एलिवेटेड कॉरिडोर एशिया का सबसे लंबा वन्यजीव कॉरिडोर है। मेरठ-दिल्ली-सहारनपुर से आने वाले वाहन गणेशपुर से अब एलिवेटेड रोड के जरिये दून में प्रवेश करेंगे। दूसरे खंड में 32 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड है, इसमें दिल्ली खंड का 17 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड, जबकि शेष 15 किलोमीटर गाजियाबाद और बागपत जिले की सीमा में है। यह एक्सप्रेसवे अक्षरधाम से शुरू होकर बागपत जिले के मवीकला गांव में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से जुड़ रहा है।
प्रथम खंड में सहारनपुर जिले के गणेशपुर से शुरू होकर आशारोड़ी तक 14 किमी. लंबा एलिवेटेड रोड बनाया गया है। इसमें वन्यजीवों के लिए खासकर बनाया गया 12 किमी का एलिवेटेड कॉरिडोर एशिया का सबसे लंबा वन्यजीव कॉरिडोर है। मेरठ-दिल्ली-सहारनपुर से आने वाले वाहन गणेशपुर से अब एलिवेटेड रोड के जरिये दून में प्रवेश करेंगे। दूसरे खंड में 32 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड है, इसमें दिल्ली खंड का 17 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड, जबकि शेष 15 किलोमीटर गाजियाबाद और बागपत जिले की सीमा में है। यह एक्सप्रेसवे अक्षरधाम से शुरू होकर बागपत जिले के मवीकला गांव में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से जुड़ रहा है।
एक नजर
– कुल लंबाई : 210 किलोमीटर
– प्रारंभिक बिंदु : देहरादून में आशारोड़ी
– अंतिम बिंदु : अक्षरधाम
इन्फ्रास्ट्रक्चर
– एक्सप्रेस वे पर वाहनों की आवाजाही की पूरी निगरानी रहेगी। एक्सप्रेस वे को स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से लैस किया गया है।
– एक्सप्रेस वे पर आपातकालीन सुविधाएं जैसे एम्बुलेंस और वाहनों की मरम्मत के लिए सर्विस स्टेशन आदि का इंतजाम किया जाएगा।
– यात्रियों की सुविधा के लिए फूड कोर्ट, फ्यूल स्टेशन और पार्किंग सुविधाओं का भी इंतजाम रहेगा।