हार्टअटैक और एंजियोग्राफी के बाद बाईपास सर्जरी करा चुके अबरार अहमद की दून अस्पताल के चिकित्सकों ने सीटी एंजियोग्राफी कर जान बचाई है। सफल इलाज के बाद अबरार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
कार्डियोलॉजिस्ट अमर उपाध्याय ने बताया, 70 वर्षीय अबरार अहमद को 12 साल पहले हार्ट अटैक हुआ था, एंजियोग्राफी के बाद उनकी बाईपास सर्जरी की गई थी। कुछ दिनों से उन्होंने दवाइयां लेना बंद कर दिया था। इसके चलते उन्हें सीने में तेज दर्द होने के बाद दून अस्पताल के कार्डियोलॉजी ओपीडी में लाया गया।
जांच करने पर पता चला कि उन्हें दोबारा हार्ट अटैक हुआ है। इतना ही नहीं कई ब्लॉकेज निकले, लेकिन किस ब्लॉकेज की वजह से अटैक पड़ा है, ये पता नहीं चल पा रहा था। इसके बाद उनकी सीटी एंजियोग्राफी की गई। रजिस्ट्रेशन शॉफ्टवेयर की मदद से एक वीनस ग्राफ्ट में स्टेंट लगाया गया। दो दिन चले उपचार के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
क्या है सीटी एंजियोग्राफी
कार्डियोलॉजिस्ट अमर उपाध्याय ने बताया कि को रजिस्ट्रेशन शॉफ्टवेयर एआई बेस्ड शॉफ्टवेयर है। इससे सीटी इमेज को फ्लोरिस्कोपिक इमेज के साथ फ्यूज करके रियल टाइम देखा जा सकता है। बताया, दून अस्पताल में पहली बार सीटी एंजियोग्राफी को नॉरमल एंजियोग्राफी के शॉफ्टवेयर के साथ इस्तेमाल किया गया है। इसके माध्यम से नसों को खोजने में मदद मिलती है।
दून अस्पताल में डेंगू संदिग्ध की रिपोर्ट आई निगेटिव
दून अस्पताल में संदिग्ध डेंगू के मरीज की रिपोर्ट मंगलवार को निगेटिव आ गई है। इससे अस्पताल में डेंगू के मरीजों की संख्या शून्य हो गई है। डेंगू के नोडल अधिकारी अंकुर पांडे ने बताया कि उत्तरकाशी के डामटा निवासी 17 वर्षीय किशोरी बुखार के चलते विकासनगर में भर्ती थी। वह 25 अगस्त को दून अस्पताल में रेफर हुई। बताया अस्पताल में किशोरी की डेंगू समेत कई जांचे करवाई गई जिसमें डेंगू रिपोर्ट निगेटिव आई है।