सांकेतिक तस्वीर - फोटो
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दो कारोबारियों ने अपने चार्टेड अकाउंटेंट (सीए) को सिम और मोबाइल दिए और उसने साइबर ठगी शुरू कर दी। साइबर ठगी का करोड़ों रुपये कारोबारियों के खाते में आया। सीए खुद तो पुलिस के चंगुल में फंसा ही कारोबारियों को भी मुसीबत में डाल गया। कारोबारियों का भी देशभर में हुई साइबर ठगी की कई शिकायतों में नाम आ गया। इस पर जब पीड़ित कारोबारियों ने शिकायत करनी चाही तो पुलिस ने नहीं सुनी। अब न्यायालय के आदेश पर कारोबारियों के सीए के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।

मामला रायपुर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार पहला मुकदमा सहस्रधारा रोड निवासी मनोज पंडिता की शिकायत पर हुआ है। पंडिता एमजी वर्ल्ड डोर्स एंड विंडोरा प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी चलाते हैं। उनकी इस कंपनी का लेनदेन व टैक्स आदि का काम गौरव शोभना एंड कंपनी चार्टेड अकाउंटेंट फर्म देखती है। इसे सीए राजेश कुमार नाथ संचालित करता है। पंडिता अपने काम में व्यस्त रहते हैं तो उन्होंने एक कीपैड वाला फोन राजेश कुमार नाथ को दिया हुआ है।

यह मोबाइल नंबर उनके सभी बैंक खातों से लिंक है। इस पर आने वाले ओटीपी से वह सभी काम करता है। यही नहीं उन्होंने अपने डिजिटल हस्ताक्षर आदि का अधिकार भी सीए राजेश नाथ को दिया हुआ है। पिछले साल दिसंबर में पंडिता किसी काम से दिल्ली गए हुए थे। वहां से देहरादून लौटे तो उन्हें राजेश कुमार नाथ की गतिविधियों पर शक हुआ। उन्होंने नाथ से अपना मोबाइल मांगा तो वह टाल मटोल करने लगा। इस पर उन्होंने बैंक खातों की स्टेटमेंट निकलवाई तो पता चला कि उसने बिना पंडिता की अनुमति के करोड़ों रुपये का लेनदेन किया हुआ है।

कुछ दिनों बाद पता चला कि राजेश नाथ को बंगलूरू की साइबर पुलिस गिरफ्तार कर ले गई है। पुलिस ने उन्हें भी नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था। पंडिता ने इस धोखाधड़ी की शिकायत रायपुर थाने से लेकर उच्चाधिकारियों तक से की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। तब उन्होंने कोर्ट की शरण ली। इसी तरह राजेश नाथ ने एक और वाणी विहार के रहने वाले कारोबारी हरीश पोखरियाल के साथ की। हरीश पोखरियाल एक छोटी सी दुकान चलाते हैं। उनके टैक्स आदि का काम भी राजेश नाथ ही देखता था। जनवरी में राजेश नाथ ने पोखरियाल से कहा कि वह एक सिम खरीदकर उसे दे दें तो वह सब काम आसान कर देगा।

पोखरियाल ने सिम खरीदकर दिया और इसे अपने खाते से लिंक करा दिया। नाथ ने झांसा दिया था कि वह उनका सिबिल स्कोर ठीक करा देगा जिससे उन्हें आने वाले समय में लोन मिल जाएगा। लेकिन, इस बीच जनवरी के अंत में पोखरियाल को पता चला कि उनके खाते फ्रीज हो गए हैं। पता चला कि खातों में करोड़ों रुपये से ज्यादा अनाधिकृत लेनदेन हुआ है। उन्होंने राजेश नाथ से संपर्क करना चाहा तो पता चला कि साइबर ठगी के मामलों में उसे बैंगलुरू पुलिस उठाकर ले गई है। पोखरियाल ने भी धोखाधड़ी के संबंध में कोर्ट को शिकायत की जिसके आधार पर राजेश नाथ के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।

By admin