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नवरात्र के व्रत में कुट्टू का आटा खाने से शहर भर में 335 लोग बीमार हो गए। इनमें से 227 मरीजों की हालत गंभीर होने पर विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करना पड़ा। सबसे अधिक 70 मरीज दून अस्पताल में भर्ती हैं। अस्पतालों पर अचानक मरीजों का दबाव इस कदर बढ़ा कि एक बेड पर दो-दो मरीज भर्ती करने पड़े। 58 मरीजों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। बाकी का उपचार किया जा रहा है।

राजकीय दून मेडिकल कॉलेज में सबसे अधिक मरीज पहुंचे हैं। इसके बाद कोरोनेशन और जिले के अन्य निजी अस्पतालों में मरीज उपचार के लिए आए। अस्पताल प्रबंधन की ओर से जारी आकड़ों के मुताबिक दून मेडिकल कॉलेज में सोमवार शाम सात बजे तक 120 मरीज पहुंचे थे। इसमें से 70 मरीज अभी भी भर्ती हैं। कोरोनेशन में 118 मरीज और निजी अस्पतालों में कुल 97 मरीज पहुंचे हैं।

जहरीले कुट्ट की चपेट में आए मरीजों से अस्पताल में मिलने के लिए स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश पहुंचे। उन्होंने मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। आर. राजेश ने कहा कि यह घटना काफी संवेदनशील है।

अस्पताल आने वाली सभी मरीजों को अच्छा उपचार मिले इसके लिए सभी स्वास्थ्यकर्मी सतर्क रहें। मरीजों का उपचार सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए। फिलहाल हालात स्थिर हैं।
– विनय शंकर पांडेय, गढ़वाल आयुक्त

मरीजों से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गई है। शहर के सरकारी अस्पतालों में बेड आरक्षित रखने के लिए कहा गया है।
– सविन बंसल, जिलाधिकारी, देहरादून

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