सांकेतिक तस्वीर - फोटो
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मुनि की रेती पुलिस ने अमीन हत्याकांड के आरोप में नेपाली मूल के एक युवक को गिरफ्तार किया है। शराब पीने के बाद हुए विवाद में आरोपी युवक ने अमीन के सिर और चेहरे को समीप पड़े पत्थर से कुचल कर हत्या कर दी थी।

बीते 16 अप्रैल को चंद्रभागा नदी में लोगों को एक व्यक्ति का शव दिखा था। शव के सिर और चेहरे को पत्थर से बुरी तहर कुचला गया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की पहचान ढालवाला निवासी कमलेश्वर भट्ट (51) के रूप में की थी। कमलेश्वर भट्ट नरेंद्र नगर तहसील में अमीन के पद पर कार्यरत थे। मामले में कोतवाली ऋषिकेश पुलिस ने पंचनामा व पीएम की कार्रवाई की थी। मृतक कमलेश्वर भट्ट के भाई की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने जीरो एफआईआर के तहत अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।

बाद में मुकदमें को मुनि की रेती पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया था। मामले में जांच और विवेचना के बाद मुनिकी रेती पुलिस ने बीते शनिवार देर शाम आरोपी विकास (19) उर्फ विको निवासी डवांगपुर पोस्ट नउ थाना घोराई जिला डांग आंचल हाल निवासी श्रीदेव सुमन मार्ग ढालवाला थाना मुनि की रेती टिहरी गढवाल को श्रीदेव सुमन मार्ग ढालवाला से गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में आरोपी विकास ने बताया कि शराब पीने के बाद कमलेश्वर प्रसाद और उसका किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। जिस गुस्से में आकर उसने समीप पड़े पत्थर से कमलेश्वर भट्ट के चेहरे व सिर को कुचलकर उसकी हत्या कर दी।

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विकास कुछ दिन पहले ही आया था नेपाल से
एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि आरेापी विकास उर्फ विको मूल रुप से नेपाल का रहने वाला है। जो कुछ दिन पहले ही ऋषिकेश आया था और यहां अपने फूंफा विजय थापा के साथ रह रहा था। फूफा विजय थापा को जब घटना की जानकारी हुई तो वह नेपाल चला गया, जबकि विकास भी नेपाल भागने की फिराक में था। एसएसपी अग्रवाल ने बताया कि आरोपी विकास कुछ समय पूर्व नैपाल से आया है, जिससे इसकी पहचान करने में काफी समय लगा।सीसीटीवी फुटेज और चप्पल से हुआ खुलासा

मामले में खुलासे में सीसीटीवी फुटेज और चप्पल महत्वपूर्ण साबित हुई। पुलिस अधिकारियों का कहना था कि मामला पूरी तरह ब्लाइंड था। आरोपी व मृतक के बीच कोई विशेष संबंध नहीं था। घटना के बाद विवेचना के दौरान पुलिस ने घटना स्थल के समीपवर्ती 75 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। सीसीटीवी कैमरे में घटना से कुछ समय पूर्व मृतक एक युवक के साथ चंद्रभागा नदी की ओर जाते हुए दिखा। घटना के बाद वहीं युवक एक पैर में चप्पल व एक पैर में मृतक का सैंडल पहने हुए दिखा। जिस पर पुलिस का शक युवक के हत्यारा होने का पुख्ता हुआ। क्योंकि घटना के दिन शव के समीप एक चप्पल और एक सैंडल पड़ा हुआ था। जिस पर आशंका जताई गई थी कि हत्यारा अपना एक चप्पल और मृतक की सैंडल पहन कर फरार हो गया।

पुलिस टीम पर इनामों की बौछार
पुलिस टीम की सफलता पर एसएसपी टिहरी आयुष अग्रवाल ने विवेचना टीम को 20 हजार के पुरस्कार की घोषणा की है। एसएसपी अग्रवाल ने बताया कि मामले के खुलासे के लिए सभी टीमों ने बेहतर समन्वय के साथ काम किया। जिससे के कम समय के घटना का खुलासा हो गया। आरोपी नेपाल भागने की फिराक में था, यदि मामले में देरी होती तो आरोपी भाग सकता था। वहीं पूर्व पालिका अध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने भी पुलिस की इस सफलता पर पुलिस टीम को 51 हजार का चेक प्रदान किया। हालांकि पुलिस ने उक्त चैक को लेेने में असमर्थता जताई। पूर्व पालिका अध्यक्ष रतूड़ी ने कहा कि पुलिस टीम ने दिन रात मेहनत कर मामले का खुलासा किया है। यह पुरस्कार उनके हक का है। इस राशि को पुलिस टीम के मनोबल बढाए जाने संबधी कार्यों पर खर्च किया जाएगा।

मकान मालिक पर हो सकती है कार्रवाई
एसएसपी आयुष अग्रवाल ने कहा कि यदि मकान मालिक ने विकास और उसके फूफा का सत्यापन नहीं कराया होगा, तो मकान मालिक पर भी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले की जांच के दौरान पुलिस टीम ने आस-पास के लोगों व झुग्गी झोपड़ी में निवास करने वाले व्यक्तियों का सत्यापन की कार्रवाई भी की।

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