राज्य के बुग्यालों (हरे घास के मैदान) के संरक्षण के लिए वन विभाग एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) तैयार करेगा। दयारा बुग्याल सहित राज्य के अन्य बुग्यालों में प्राकृतिक और मानवीय कारण से बढ़ते भूस्खलन और भू-धंसाव को रोकने के लिए विभाग ने यह निर्णय लिया है।
22 बुग्यालों में करीब 83 हेक्टेयर क्षेत्र में काम हुआ
एक साल में बन जाएगा हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र
पीसीसीएफ ने गंगोत्री के निकट लंका में निर्माणाधीन हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र का भी निरीक्षण किया। कहा, केंद्र के निर्माण के लिए नींव तैयार करने का काम पूरा कर लिया गया है। इसके बाद अन्य निर्माण कार्य अधिक गति से होंगे। एक साल में यह केंद्र बनकर तैयार हो जाएगा। यह क्षेत्र की अद्भुत प्राकृतिक वातारण से पर्यटकों का परिचय कराएगा।
ट्रांस हिमालय पार्क के रूप में उभरा गंगोत्री
कहा, गंगोत्री नेशनल पार्क एक दशक में ट्रांस हिमालयन नेशनल पार्क के रूप में उभरा है। वन्य जीव संस्थान की ओर से किए गए आंकलन में यहां हिम तेंदुओं की भी अच्छी संख्या दर्ज की गई है। कहा, एक दशक पूर्व तक पार्क के बारे में लोगों को पता भी नहीं था, लेकिन अब धीरे-धीरे पर्यटन बढ़ा है। नेलांग घाटी में सफारी के लिए पर्यटक पहुंच रहे हैं।